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ढाई लाख टीचर्स के ट्रांसफर और 48000 शिक्षकों की नियुक्ति के पीछे क्या है पांच बड़ी शर्तें जानिए ...

554 days ago   -    324 views

PFL News - ढाई लाख टीचर्स के ट्रांसफर और 48000 शिक्षकों की नियुक्ति के पीछे क्या है पांच बड़ी शर्तें जानिए ...

ढाई लाख टीचर्स के ट्रांसफर और 48000 शिक्षकों की नियुक्ति के पीछे क्या है पांच बड़ी शर्तें जानिए ...

साढ़े चार साल से तबादलों का इंतजार कर रहे 2.5 लाख से ज्यादा शिक्षकों को जल्द ही खुशखबरी मिल सकती है। सरकार ने जून महीने में ही तबादलों से रोक हटाने की पूरी तैयारी कर ली है। इसके लिए 5 तरह के नियम भी बना लिए गए हैं, जिनको पूरा करने वाले शिक्षकों को तबादलों में प्राथमिकता दी जाएगी।

इसी तरह तबादलों के अलावा तीन और बड़ी घोषणाएं हैं, जो जून में ही पूरी हो सकती हैं। पहली ये कि 90 हजार से ज्यादा टॉपर स्टूडेंट्स को लैपटॉप और टैबलेट्स मिलने का इंतजार खत्म हो सकता है। दूसरी REET के दोनों लेवल पास करने वाले 48 हजार से ज्यादा अभ्यर्थियों को स्कूलों में नियुक्ति की। तीसरी इंग्लिश मीडियम स्कूलों में 10 हजार शिक्षकों की नई भर्ती।

चार बड़े काम हैं, जो जून के महीने में पूरे होने वाले हैं। इनमें तीन तो बजट की घोषणाएं हैं। ये सभी काम कैसे पूरे होंगे? सरकार ने क्या तैयारी की है? तबादलों के लिए कौन से 5 नियम बनाए गए हैं?

पढ़िए, स्पेशल रिपोर्ट...

प्रदेश के इतिहास में पहली बार तबादलों पर इतनी लंबी रोक
प्रदेश के इतिहास में कभी ऐसा मौका नहीं रहा जब साढ़े चार साल तक शिक्षकों के तबादलों पर रोक लगी रही हो। सीएम अशोक गहलोत के गृह क्षेत्र जोधपुर में करीब 20 हजार शिक्षक कार्यरत हैं, इसके बावजूद पूरे साढ़े चार साल में सीएम गहलोत ने एक भी शिक्षक का तबादला नहीं किया।

ऐसे ही पूर्व शिक्षा मंत्री और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा व शिक्षा मंत्री डॉ. कल्ला के गृह जिलों क्रमश: सीकर और बीकानेर में भी एक भी शिक्षकों के तबादले के आदेश नहीं हुए। जबकि जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, सीकर, अजमेर, कोटा, झुन्झुनूं, भरतपुर आदि वे जिले हैं, जहां से करीब 50 हजार शिक्षक तबादलों के लिए आवेदन कर चुके हैं।

शिक्षकों के तबादले होना तय : शिक्षकों के तबादले किया जाना सरकार के स्तर पर तय हो चुका है। नए शैक्षणिक सत्र (जुलाई) से पहले यह काम पूरा होगा। शिक्षा विभाग के पास 85 हजार शिक्षकों के तबादलों के लिए आवेदन पत्र पहुंच चुके हैं। नए आवेदन पत्र भी मांगे जाएंगे।

तबादलों के लिए 5 नियम बनाए, पूरा करने वाले शिक्षकों को मिलेगी प्राथमिकता
सरकार केवल आंख बंद करके मंत्री या विधायकों की डिजायर (अनुशंसा) पर तबादले नहीं करना चाहती। गत दिनों सीएम गहलोत इस विषय में अपनी मंशा विभाग के मंत्री डॉ. कल्ला को प्रकट कर चुके हैं। मंत्री-विधायकों की डिजायर भी प्राथमिकता में रहेगी, लेकिन वो तभी मान्य होगी जब 5 नियमों को शिक्षक अपने आवेदन में पूरा करते हों।

तबादलों के लिए क्या हैं 5 नियम

  1. ग्रामीण क्षेत्र से शहरी क्षेत्र में तबादला चाहने वाले शिक्षकों में 10 वर्ष या उससे ज्यादा समय बिताने वालों को इच्छित स्थान पर तबादले में पहली प्राथमिकता रहेगी। उसके बाद 7, 5 और 4 साल तक के शिक्षकों को प्राथमिकता रहेगी, लेकिन इससे कम समय बिताने वाले शिक्षकों के तबादले की कोई गुंजाइश नहीं रहेगी।
  2. कैंसर, लकवा या ऐसी ही कोई अन्य गंभीर बीमारी होने पर शिक्षकों को वांछित स्थान पर तबादला किया जाएगा।
  3. म्यूचुअल (परस्पर) तबादला चाहने वाले शिक्षकों को भी प्राथमिकता मिलेगी।
  4. विधवा, परित्यक्ता, तलाकशुदा व एकल महिला को प्राथमिकता रहेगी।
  5. राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल व मुख्यमंत्री (राष्ट्रीय व राज्य स्तर पर सरकारी रूप से अधिकृत) से पुरस्कृत शिक्षकों को भी इच्छित स्थान पर तबादले में प्राथमिकता रहेगी।

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